EMI Bounce क्या होता है? अगर लोन की किस्त चूक जाए तो क्या करें? जानिए नुकसान, समाधान और बचाव के तरीके

आज के दौर में होम लोन, कार लोन या पर्सनल लोन लेना आम बात हो गई है। लेकिन इन लोन की EMI समय पर चुकाना बेहद जरूरी होता है। अगर किसी कारण से ईएमआई कटने से पहले खाते में पैसे नहीं होते, तो EMI Bounce हो जाता है। ये ना सिर्फ आपके क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि जुर्माना और कानूनी दिक्कतें भी खड़ी कर सकता है।

EMI Bounce क्या होता है?

जब आपके बैंक अकाउंट में EMI कटने के समय पर्याप्त बैलेंस नहीं होता और बैंक लोन की तय राशि नहीं काट पाता, तो इसे EMI Bounce कहा जाता है। इसका असर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री पर पड़ता है और भविष्य में लोन मिलना मुश्किल हो सकता है।

EMI Bounce होने पर क्या करें?

  1. बैंक को तुरंत सूचित करें
    जैसे ही आपको पता चले कि EMI बाउंस हुई है, तुरंत बैंक से संपर्क करें और स्थिति स्पष्ट करें।

  2. बैंक मैनेजर से राहत मांगे
    बैंक EMI को रीशेड्यूल कर सकता है या कुछ समय के लिए होल्ड दे सकता है।

  3. चार्ज और जुर्माने की जानकारी लें
    ₹300 से ₹1000 तक का बाउंस चार्ज और लेट पेनाल्टी लग सकती है। इसके बारे में पूरी जानकारी लें।

  4. फंड्स की व्यवस्था करें
    जैसे ही संभव हो, राशि का भुगतान करें ताकि लोन डिफॉल्ट की स्थिति से बचा जा सके।

EMI Bounce से कैसे बचें?

  1. ऑटो-डेबिट सुविधा चालू करें
    EMI समय पर कटे इसके लिए ECS या ऑटो-डेबिट ऑन कराएं।

  2. आपातकालीन फंड रखें
    तीन से छह महीने की EMI के बराबर सेविंग्स जरूर रखें।

  3. सही लोन राशि चुनें
    अपनी आय के अनुसार ही EMI चुनें ताकि पेमेंट में परेशानी न हो।

  4. क्रेडिट कार्ड का अत्यधिक उपयोग न करें
    ज़रूरत से ज्यादा उधारी आपकी फाइनेंशियल हेल्थ को बिगाड़ सकती है।

लोन लेने से पहले क्या सावधानियां रखें?

  • ब्याज दर और EMI को अच्छी तरह समझें।

  • सभी नियम और शर्तें पढ़ें।

  • EMI की राशि आपकी मासिक आमदनी के 30%-40% से ज्यादा न हो।

लोन जल्दी चुकाने के लिए टिप्स

  1. बोनस या एक्स्ट्रा इनकम से प्रीपेमेंट करें।

  2. अगर कोई और बैंक कम ब्याज पर लोन दे रहा है तो बैलेंस ट्रांसफर करें।

  3. छोटी अवधि का लोन लें ताकि कुल ब्याज कम लगे।

निष्कर्ष: EMI Bounce से सावधानी जरूरी

EMI Bounce आपके फाइनेंशियल भविष्य पर सीधा असर डाल सकता है। लेकिन सही योजना और समय पर एक्शन लेकर इससे बचा जा सकता है। हमेशा बैंक से पारदर्शिता रखें और समय पर भुगतान को प्राथमिकता दें।

Disclaimer:

यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है। लोन लेने से पहले अपने बैंक या वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें। बैंक की शर्तें समय के साथ बदल सकती हैं, अधिक जानकारी के लिए SBI, HDFC, RBI जैसी आधिकारिक वेबसाइट देखें।

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